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Tuesday, 25 July 2017

रासायान चूर्ण

रासायान चूर्ण

ये दवा उन लोगो के लिये है जो हर वक्त आलस और थकान महसूस करते है ! सुस्ति ऊंघना थकान ,आलस,कुछ करने का मन ना होना ,निश्तेज चेहरा,आंखे अंदर धसी हुई,पेट के विकार,खाना पीना अंग ना लगना,आदि समस्यायें होती है
         साथ ही सेक्स कमज़ोरी जेसे - तनाव ना आना ,नसो का ढीलापन,वीर्य का पतलापन,आदि समस्याऔ को दूर कर सप्त धातु पोशित कर शरीर को ताकत देता है और जवानी लौटाता है !

योग के घटक -
1) सलम पंजा
2) सफेद मुसली
3) तालमखाना
4) लाजवन्ती
5) समुद्र शोष
6) बीज बंद
20 इमली की गीरी

बनाने की विधि -
                सब कुट पीस के चुरन बना लें !


सेवन विधि -
                 3 ग्राम सुबह और 3 ग्राम शाम को दूध के साथ सेवन करे !



परहेज -
         तला हुआ ,बासी भोजन,बाजारू भोजन,खटाई,तेज मिर्च मसाला नही खाना है ,हस्थमैथून,रात मे जागना इन सब से परहेज करना है ! ! ये दवाइ v.p.p. द्वारा भी भेजी जा सकती है !!  
Order करने के लिये दीये गये नंबर पर call या whatsapp करें !!

call          - 9074120012

Monday, 24 July 2017

सेक्स कमज़ोरी

कामदेव प्राश-

               भाग दोड पोषण की कमी ,अत्यधिक हस्थ मैथून,तनाव,उम्र की अधिकता,जेसे कई कारणो से कमज़ोर,दुर्बल ,सुस्त शरीर ,तनाव ना आना,जेसी कई व्यधियां आ जाती है !
              उम्र की अधिकता पर तो ठीक है पर युवाऔ मे भी कही हद तक ये समस्यायें हो जाती है !इसके लिये एक योग बता रहा हु जो युवा और बुजुर्ग सभी के लिये है !
             युवा जो अत्यधिक हस्थ मैथून कर के कमज़ोर हो चुके है ! और जो बुजुर्ग सेक्स के आनंद से दूर हो चुके है ! वो जरुर इस्तमाल करें !

कामदेव प्राश के घटक -

1) क्यौच बीज 250 ग्राम
2) सफैद मूसली 100 ग्राम
3) काली मूसली 100 ग्राम सेमल मूसली 100
4)ग्राम  शतावर  100 ग्राम
5) वड (वरगद )का दूध 20 ग्राम
6) जल जमनी 50ग्राम
7) वसंत कुशमाकर रस 24 गोली
8) जोगी लटा 100 ग्राम
9) गोरख मुॅण्डी 50 ग्राम

कामदेव प्राश बनाने की विधि -

                ये सब कूटकर देशी घी मै थोडा सैंक ले
गौंद 100 ग्राम ये भी घी मै सैक ले
2 कीलो चीनी की चासनी बनाकर उसमै सारा सामान मिला दे !

सेवन विधि -

                सुवह शाम दूध के साथ ले 5ग्राम

जो लोग वेध जान भस्म का ज्ञान रखते है वो वसंत कुस्मकर रस की जगह अच्छी कंपनी की भस्मो का इस्तमाल करें !
             
                 लगातार 2 महीने के इस्तेमाल से सुस्त शरीर सुस्त पढे लिंग मे ताकत आ जायेगी! चेहरे पर चमक आ जायेगी और चेहरा खिल उढेगा! वीर्य गाढा हो जायेगा और थकान कमज़ोरी दूर होगी !कमजोरी से होने वाली सभी बिमारियां ठीक हो जायेगी!!


नोट -
          शुगर के रोगी चीनी का उपयोग ना करें ! किसी को कोई बीमारी हो तो पहले किसी डाक्टर से या वेध से सलाह ले कर ही इस्तमाल करें !
           अधिक जानकारी के लिये call या whatsapp करें -      9074120012

जो भाइ दवा बनाने मे असमर्थ है वो हमारे यहा से मंगवा सकते है!!!!!

Sunday, 12 March 2017

pathri ka kaise kren upchar

पथरी (अशमरी)-स्टोन-
             

               आज के खान पान,जीवन शैली,दिनचर्या मे ये रोग होना आम बात है ! किसी भी उम्र मे पुरुष और महिला को ये रोग हो सकता है ! पर देखा जाये तो महिलाओं की अपेक्षा पुरुषो मे यह रोग होने की अधिक सम्भावना होती है !
            पथरी हमारे शरीर के दो अंगो को प्रभावित करती है -

1.  पित्त की थेली ( gallbladder ) और
2. किडनी ( kideny ) को

         अगर हम पित्त की थेली ( gallbladder ) की बात करें तो यह भयानक पीडा देती है " इसका दर्द असहनीय होता है !
         जब तक पथरी पित्ताशय  मे पडी रहती है तब तक तो ठीक है परंतु जब यह पित्त स्त्रोत मे आकर अटक जाती है ! तो भयानक दर्द पैदा करती है ! इसमे रोगी को असहनीय दर्द के साथ बेचैनी, घबराहट,और छटपटाहट होती है !
          ये शुरूवात मे रेत के दाने जेसी होती है समय पर उपचार ना मिलने पर इस पर परत दर परत चडती जाती है और ये एक बडे पत्थर का रूप ले लेती है !

पथरी के  कारण -
         हमारा खान पान, दिनचर्या,   शरीर मे पानी की कमी , मांसपेशियों मे एंठन पथरी रोग होने के मुख्य कारण है !

उपचार -
         पथरी होने पर मुख्य रूप से परहेज करना आवश्यक है !भोजन मे तीखा,बासी,खटाई,घरिश वाला व चिकने देर से पचने वाले आहार ना लें !गैस कब्ज ना होने दें ! मांस व अंडे का सेवन ना करें !
      हलका भोजन करें ,खाने मे तरल चीज़ो का प्रयोग करें ! पित्ताशय मे पथरी का मुख्य कारण पाचन क्रिया मे गड़बड़ है "इसलिये वात बडाने वाला वसा युक्त भोजन ना लें ! वर्ना स्थिती बिगड़ सकती है और असहनीय दर्द हो सकता है !
           अगर आप चाह कर भी पेट साफ़ नही रख पा रहे है तो उपवास करें ! तरल पदारथ जेसे नींबू का रस,चुकन्दर का रस,संतरे का रस,मुली का रस का सेवन करें !
               जैतून का तेल ( olive oil ) एक एक चम्मच दिन मे दो बार लें !

अयुर्वेदिक ओशधि -स्टोन ब्रोकन पावडर( stone broken powder)-
                 इसके अलावा आयुर्वेद मे एसी अमूल्य जडीबूटीयां दी गई है ! जिनके सेवन से आप पथरी से छुटकारा पा सकते है !



स्टोन ब्रोकन पावडर के घटक-

1. गोखरू फल
2. गूडहल के फूल
3. वरून छाल
4.  पुन्र्मवा
5.  पाशण भेद
6. कुल्ठी के बीज
7. सहजन की जड़

स्टोन ब्रोकन पावडर बनाने की विधि -
       
                सभी जडीबूटीयों को मिला कर पीस कर चुरन बना लें .

स्टोन ब्रोकन पावडर सेवन विधि -

                     एक चम्मच चुरन का काढा बना के सेवन करें !




नोट -
        एलोपेथिक मे पथरी का इलाज ओपरेशन द्वारा किया जाता है ! परंतु यदि हम आयुर्वेदिक उपचार करें तो किडनी की पथरी आसानी से मुत्र मार्ग द्वारा निकल जाती है ! पित्त की थेली की पथरी के लिये उपचार लंबे समय तक चलता है ! क्युकि पित्त की थेली का मार्ग बहुत छोटा होता है !
        हमारे शरीर के हर अंग का अपना एक महत्व होता है ! ओपरेशन कर के पित्त की थेली निकलवाने से पहले एक बार आयुर्वेदिक उपचार जरुर करें !
       ये अयुर्वेदिक ओशधि पथरी को तोड़ कर बाहर निकाल देती है साथ ही दर्द से भी राहत दिलाती है !
       
        ये दवाइ v.p.p. द्वारा भेजी जा सकती है !
अगर आप ये दवाइ मंगवाने के ईच्छूक है  तो call या whatsapp  करें 9074120012

रासायान चूर्ण

रासायान चूर्ण ये दवा उन लोगो के लिये है जो हर वक्त आलस और थकान महसूस करते है ! सुस्ति ऊंघना थकान ,आलस,कुछ करने का मन ना होना ,निश्तेज चेह...